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कया हमारे देश के महान नेता भी ऎसा कर सकते है???

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भत्ता विवाद में फँसे ब्रितानी मंत्री

ब्रिटेन की नई गठबंधन सरकार अपने पहली ही परीक्षा में उस समय पिछड़ गई, जब उसके सहायक वित्तमंत्री को सांसद भत्ते के दुरुपयोग के लिए माफ़ी मांगनी पड़ी. पुरी खबर के लिये यहां चटका लगाये जी

17 टिपण्णी:
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दिनेशराय द्विवेदी said...
29 May 2010 at 6:50 pm  

वे माफी क्यों मांगेंगे, यहाँ तो दुरुपयोग करना विशेषाधिकार है।

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aarya said...
29 May 2010 at 6:52 pm  

सादर वन्दे !
इन्हें भारत भेज दीजिये यहाँ कुछ तथाकथित मानवतावादियों को बैठा बिठाया नेता मिल जायेगा और कानून वालों को एक नया उदहारण |
रत्नेश त्रिपाठी

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माधव( Madhav) said...
29 May 2010 at 7:51 pm  

never

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भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...
29 May 2010 at 8:01 pm  

are in ko akal nahi hai.. yahan bhejiye sab theek ho jaayegaa.....

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Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...
29 May 2010 at 8:10 pm  

मालिक भला किस से और क्यूँ माफी माँगेगा......माफी तो हमेशा नौकरों को ही मांगनी पडती है...

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डॉ महेश सिन्हा said...
30 May 2010 at 9:09 am  

माले मुफ्त दिले बेरहम

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दिगम्बर नासवा said...
30 May 2010 at 12:15 pm  

माफी ... वो क्या होता है ... कांगेस में अब जा कर १९८४ दंगों की माफी माँगी है ... फिर इतनी छोटी बात पर हमारे नेता .... ये तो उनकी बेजात्ती खराब करने वाली बात है ...

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कडुवासच said...
30 May 2010 at 1:36 pm  

...अब क्या कहें !!!

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Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...
30 May 2010 at 2:45 pm  

भारत में माफ़ी !
डेढ़ सौ से ज़्यादा यात्री रेल के साथ उड़ गए...रेलमंत्री अपने ख़िलाफ़ राजनैतिक साजिश बताती घूम रही है...

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Udan Tashtari said...
30 May 2010 at 3:00 pm  

काश!! ऐसा कभी अपने यहाँ हो पाये!

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आचार्य उदय said...
1 June 2010 at 5:51 am  

आईये, मन की शांति का उपाय धारण करें!
आचार्य जी

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Akshitaa (Pakhi) said...
1 June 2010 at 6:56 am  

हूँ, यही तो अंतर है...

_________________
'पाखी की दुनिया' में ' अंडमान में आया भूकंप'

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hem pandey said...
2 June 2010 at 6:29 pm  

चलो तसल्ली हुई कि ब्रिटेन में भी भ्रष्टाचार है. फर्क ये है कि वे स्वीकार कर लेते हैं और हम साफ़ दिखने पर भे इसे बदनाम करने की साजिश करार देते हैं.

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ज्योति सिंह said...
4 June 2010 at 12:16 pm  

sabki salah me meri bhi salaah shamil hai .

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शरद कोकास said...
4 June 2010 at 9:04 pm  

हम भी कभी उनके गुलाम थे ।

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आचार्य उदय said...
5 June 2010 at 10:01 am  

आईये जानें .... मैं कौन हूं!

आचार्य जी

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Vivek Jain said...
7 June 2010 at 9:40 pm  

i never hapeens in india! but the realty is that we chose our ministers in india and because majority of us are corrupt, So they are

Vivj2000.blogspot.com

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