ताई ओर ताऊ
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राज भाटिय़ा
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चुटकले
एक बार ताई बहुत बिमार हो गई, तो ताऊ उसे एक डाकटर के पास ले गया, अब डाकटर ने ध्यान से ताई को देखा, ओर बोला ताऊ , ताई के इलाज के ५०० रुपये लेगे गे, ताऊ बोल्या डाकटर साहब जी पागल हो गये हॊ क्या ? ५०० रुपये मे तो नयी आ जायेगी
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
9 March 2009 at 12:33 am
हा हा, ताऊ को आप पिटवा कर ही दम लोगे.
9 March 2009 at 2:47 am
हा हा हा !!!
9 March 2009 at 3:14 am
भाटिया जी, कभी ताई ने ये पढ़ लिया तो ताऊ की खैर नहीं !
9 March 2009 at 3:18 am
भाटिया जी टेम्पलेट तो बहुत अच्छा है अब लोड होने में भी ज्यादा समय भी नहीं लेता लेकिन ऊपर हेडर में लगी तस्वीर की ऊंचाई अभी भी कुछ ज्यादा है यदि तस्वीर की ऊंचाई कम हो जाये तो टेम्पलेट लोड होने में और कम समय लगेगा |
9 March 2009 at 4:44 am
" ha ha ha ha ha ha ha haha sirf 500 rs mey ha ha ha ha "
regards
9 March 2009 at 5:21 am
हा हा.. ताऊ ये भी करता है क्या..:) मैं समझा खुद डॉ की दुकान खोले है
9 March 2009 at 6:14 am
:D..aaj to baksh dete Raj ji,taau ji ko...
aaj unki shadi ki saalgirah jo hai!
9 March 2009 at 7:00 am
देखना भाटिया जी महिला दिवस को अभी २४ घण्टे ही हुये हैं. फ़िर मत कहियेगा कि आपको बताया नही था.:)
रामराम.
9 March 2009 at 9:03 am
bahut hi galat baat hai.
9 March 2009 at 9:35 am
भाटिया जी,जरा ध्यान से.कहीं ऎसा न हो कि महिला दिवस पिटाई दिवस में बदल जाए.....))
9 March 2009 at 1:00 pm
Aapke post kiye sabhi chutkule padhe....padhker hasee aa gayi..aapka dhyey bhi to yahi tha ....ki jo bhi is blog per aaye....uska mood achcha ho jaye....bahut hi sukhad raha aapke is blog aana.....Thanx
9 March 2009 at 1:15 pm
मैं तो बता भी चुका हूं इस हरकत के बारे में
9 March 2009 at 2:38 pm
आपको होली की शुभ कामनाएं ...
नीरज
9 March 2009 at 4:36 pm
हां.......हां ...हा
ताऊ और ताऊ की बातें, संता bantaa जैसी हैं
आपको और आपके परिवार को होली की शुभ कामनाएं
9 March 2009 at 6:15 pm
नमस्कार ओर धन्यवाद भई यह ताऊ राम पुरिया जी की कहानी नही है, हमारे हरियाणा मै बाप से बडे आदमी कॊ ताऊ कहते है, ओर यह लोग होते दिल के साफ़ है इस लिये बिना सोचे साफ़ दिल से बोल देते है, यहां भी ताऊ जी ने सोचा नही ओर बोल दिया, ओर यह कहानी बिलकुल सच्ची है.
11 March 2009 at 2:23 pm
चुटकुला क्या कम था, जो नीचे उसके सच्चे होने की मोहर लगा दी। ठीक है होली है पर ऐसा सच, राम-राम।
हे! प्रभू ताऊ जी का ख्याल रखना। अब तो ताई जी ठीक हो कर घर भी लौट चुकी हैं।
यह नहीं बताया कि ताऊ हैं कहां ?
11 March 2009 at 6:32 pm
भाटिया जी
यह ताई कि इन्सलर्ट है।
ताई को बाताया मैने,
तो ताई तमतमाकर बोली-" यह तो मै तुम्हारे ताऊ को मिल गई, नही तो अभी तक तेरा ताऊ,गलियो मे घुमता रहता ब... न... द.... रो........ कि तरह ....
मजा आ गया जी॥॥। आपभी ताऊ बनने कि लाईन मे हो, जी.......... इसमे पहले से समीरलाला तो खडे ही है..............।D:)
14 March 2009 at 1:15 pm
५०० रुपये मे तो नयी आ जायेगी
अच्छा हुआ ताई न सुना वरना वो तो मुफ्त में दूसरा ताऊ ला देती .
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