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जपानी जुगाडिये

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दवा ऎसे डाले, अरे आंखे है या तेल की पीपी...

17 टिपण्णी:
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Anil Pusadkar said...
27 February 2009 at 5:07 am  

ये है स्टाईल्।

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Anonymous said...
27 February 2009 at 5:12 am  

दवा डाल रहा है या तेल भर रहा है..:)

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दिनेशराय द्विवेदी said...
27 February 2009 at 5:34 am  

ये सिर्फ फोटो खिंचा रहा है। बीच में चश्मे का ग्लास नहीं देखा? तेल जाएगा कहाँ।

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PREETI BARTHWAL said...
27 February 2009 at 5:54 am  

क्या खूब तरिका ढूंढा है दवाई आंखों में डालनें का

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सुशील छौक्कर said...
27 February 2009 at 6:15 am  

वैसे ये चशमा मिलता कहाँ है। वाह।

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mamta said...
27 February 2009 at 6:29 am  

कमाल के है ये जापानी लोग ।जो न करें सो थोड़ा । :)

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ताऊ रामपुरिया said...
27 February 2009 at 6:30 am  

बहुत आनन्द दायक लग रहा है.

रामराम

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आलोक सिंह said...
27 February 2009 at 7:01 am  

प्रणाम
मुझे तो लगता है की ये चश्मे पर कुप्पी रख कर कोई करतब दिखा रही है .

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रंजू भाटिया said...
27 February 2009 at 7:39 am  

कमाल :)

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दिगम्बर नासवा said...
27 February 2009 at 7:41 am  

मुझे तो कुप्पी चश्मे के साथ चिपकी लगती है.........नही तो गिर जाती

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Mohinder56 said...
27 February 2009 at 7:45 am  

हा हा... ऐसे ही जपानी जुगाड के कुछ फ़ोटो मेरे पास भी है... सोच रहा हूं एक पोस्ट बना ही डालूं

आपका ब्लोग काफ़ी देर से लोड होता है.. शायद wigits अधिक होने के कारण... स्लो कनेक्शन वाले विजिटर शायद पूरा आन्नद नहीं ले पाते होंगे

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Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...
27 February 2009 at 8:29 am  

कमाह है! हम तो समझते थे कि ऎसे जुगाडू लोग सिर्फ हिन्दुस्तान में ही पाए जाते हैं.

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दीपक कुमार भानरे said...
27 February 2009 at 9:01 am  

श्रीमान जी क्या यह जापानियों की आँख मैं दवा डालने की कोई नई तकनीक है.
अच्छा है .

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seema gupta said...
27 February 2009 at 9:26 am  

" ha ha ah what a style.."

Regards

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शोभा said...
27 February 2009 at 12:26 pm  

हा हा हा बहुत अच्छा दृश्य।

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Shikha Deepak said...
27 February 2009 at 1:05 pm  

बहुत खूब :)

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डॉ .अनुराग said...
27 February 2009 at 2:52 pm  

आँख के डॉ डिप्रेस हो जायेगे राज जी

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