इस कार को आप केसे चलायेगे???
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राज भाटिय़ा
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चित्र
शुक्र भगवान का यह मेरी कार नही, मुझे यह चित्र कही से मिला तो सोचा आप को बता दुं सर्दियो मै अगर आप अपनी कार को नही चलाओ गे तो...... फ़िर ऎसी जमेगी की.....ऎसी जमेगी की.........ऎसी जमेगी की.....लेकिन अब क्या हो सकता है, इन्तजार के अलावा, वेसे मेने आज तक नही देखी ऎसी ठण्डी ठण्डी कार
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
15 January 2009 at 3:50 am
इसे चलाने के लिये मैं इस पर पहले गर्म कोयले डलवाऊंगा.:)
लाजवाब चित्र.
रामराम.
15 January 2009 at 4:34 am
सस्ती मिल जायेगी As Is Condition में, खरीद लो.
15 January 2009 at 5:16 am
शुक्र है कार ही थी, अगर गाल होते तो यही कहना पड़ता ऐसे गालों के साथ कैसे चबाओगे
15 January 2009 at 6:17 am
" बाप रे बाप इसको चलाना तो बडी टेडी खीर है, वैसे ताऊ जी से हम भी सहमत हैं"
Regards
15 January 2009 at 6:29 am
मैंने भी नही देखी ऐसी कार। समीर जी सही कह रहे है।
15 January 2009 at 7:37 am
ये तो हमारे फिअट का भाई दिखो है. ताऊ का साथ देंगे..
15 January 2009 at 10:14 am
बहुत बढ़िया
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आप भारतीय हैं तो अपने ब्लॉग पर तिरंगा लगाना अवश्य पसंद करेगे, जाने कैसे?
तकनीक दृष्टा/Tech Prevue
15 January 2009 at 11:22 am
गर्मियों की प्रतीक्षा करूँगी और तब तक कार चलाना सीखने के दिवास्वप्न देखूँगी।
घुघूती बासूती
15 January 2009 at 2:43 pm
कार with आईस . कैसे चलेगी यह कार यह तो वह सोचे जो ऐसी बरफ मे रहता हो .
15 January 2009 at 3:18 pm
चलायेगे ताऊ .....हम तो इसमे कुछ किलोमीटर बाद बैठेगे जी....
15 January 2009 at 3:58 pm
बेहद रोचक.लगे रहिये राज भाई..
बर्फ़ के टपकने और साथ ही जमनी का अद्भुत मिला जुला स्वरूप दिख रहा है.
मैंने तो सिर्फ़ कारें ही नहीं, छोटी और बडी़ नौकायें भी इसी तरह से जमी हुई देखी. जब झील ही जम जाये तो कोई कहां जाये?
15 January 2009 at 5:44 pm
chennai le aayenge...khud - b-khud chalne lagegi...
15 January 2009 at 10:00 pm
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद आप को यह सब चित्र पसंद आते है, आप की टिपण्णी मेरी हिम्मत है.
धन्यवाद
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