रफ़ी जी के हिट गीत ०४
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राज भाटिय़ा
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गीत
आईये आप को कुछ ओर रफ़ी जी के हिट, सदा बहार गीत सुनाये,बहुत ही सुन्दर, मन भावन, ओर आप के मुड कोसही रंग मे लाने के लिये तो सुनिये रफ़ी जी के यह गीत......
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
5 September 2008 at 5:29 pm
इतना सुंदर गाना बज रहा है की क्या बताऊ ?
आप कैसे लगाते हैं ? और कहा से लगाते है ?
आज देखता हूँ की आपके इसमे कितने गाने बजते है ?
रफी साहब के गाने सुनते हुए काम करने का मजा ही
कुछ और है ! बहुत धन्यवाद !
5 September 2008 at 5:33 pm
बहुत सुंदर रफी साहब के गीत है ! हम भी तिवारी साहब
के कंप्यूटर पर सुन रहे है ! तिवारी साहब बाहर गए है !
बहुत मेहरवानी आपकी ! हम यो भी कविता और गीत
पसंद करने वाले भूत हैं ! धन्यवाद !
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