जिन्दगी हो तो ऎसी हो...मस्त
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राज भाटिय़ा
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चित्र
अजी हमारी क्या मजाल ऎसा कहे, आज तक सुनते आ रहे हे... पहले मां की सुनी, फ़िर बहिन की सुनी, इन के संग संग टीचर की सुनी, अब बीबी की सुनते हे, इस लिये यह हम नही कह रहे......:) वेसे बात तो काम की हे.
अगर विलायत मे आना हे तो देर मत करे जी जल्दी जल्दी जाये, क्योकि अब हनुमान जी ने संजीवनी बुटी लाने से तोबा कर ली हे, अब तो वीजे लगवा रहे हे, जल्दी कही देर ना हो जाये.
कर लो बात अरे भाई हम ने इंसानो की बात की हे खोते ओर गधो के वीजे यहां नही मिलते.
जेब मे जगह बनाने के लिये यह जगह भी अच्छी लगी. धन्यवाद
ताऊ के हाल शे, ताऊ जी क्या हाल हे जी
अगर विलायत मे आना हे तो देर मत करे जी जल्दी जल्दी जाये, क्योकि अब हनुमान जी ने संजीवनी बुटी लाने से तोबा कर ली हे, अब तो वीजे लगवा रहे हे, जल्दी कही देर ना हो जाये.
कर लो बात अरे भाई हम ने इंसानो की बात की हे खोते ओर गधो के वीजे यहां नही मिलते.
जेब मे जगह बनाने के लिये यह जगह भी अच्छी लगी. धन्यवाद
ताऊ के हाल शे, ताऊ जी क्या हाल हे जी
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
5 January 2011 at 1:54 am
महिलाये शान्त रहे ............ यह तो जगह जगह लिखा होना चाहिये . ध्वनि प्रदुषण नही होगा
5 January 2011 at 6:13 am
हा-हा-हा
कहां से ढूंढ लाते हैं जी आप
धन्यवाद
5 January 2011 at 7:14 am
वाह! बोलते चित्र हैं, समस्या का समाधान बताते भी।
5 January 2011 at 7:38 am
वाह ये कान वाला आईडिया बढिया मेरे कान मे भी बहुत बडे छेद हैं। चलेगा धन्यवाद भाटिया जी।
5 January 2011 at 9:48 am
बाप रे बाप, एक से एक नायाब।
5 January 2011 at 11:54 am
गज़ब की फोटो हैं ... मज़ा अ गया ...
5 January 2011 at 12:25 pm
@@@@ताऊ के हाल शे, ताऊ जी क्या हाल हे जी @@@
गजब.
5 January 2011 at 3:15 pm
मज़ेदार हैं सभी फोटो
5 January 2011 at 4:54 pm
धन्य हैं हम। आज विजा लगवा रहे हैं, कल बीवीयां ढूंढवायेंगे।
7 January 2011 at 3:30 am
वाक़ई ...
मस्त जिंदगी के दीदार करवा दिए आपने तो ...
सभी चित्र मजेदार लगे .
हौसला-अफजाई का बहुत बहुत शुक्रिया
7 January 2011 at 9:37 am
हा..हा..हा...सभी मजेदार.
___________________
'पाखी की दुनिया' में भी आपका स्वागत है.
8 January 2011 at 11:54 am
bahut sunder
mere blog par is bar
" मैं "
11 January 2011 at 7:13 am
raaj ji...agar mahilayein shant ho gain to duniya ki kaya palat ho jaegi :)......bahut hi umdaa post...dhanyavad
poonam
12 January 2011 at 9:02 am
फोटो देख कर मज़ा आ गया !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
3 November 2016 at 4:11 am
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