कभी कभी दिल खोल के हंसो यार
एक जमींदार दुसरे जमींदार से... यार अगर अपनी कार से सारा दिन घुमू तो भी मै अपनी आधी जमीन ही देख पाऊगां.
दुसरा जमींदार... हा भाई पहले हमरे पास भी ऎसी ही कार थी.
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पत्नि.... अगर मै कही खॊ जाऊ तो तुम क्या करोगे ?
पति..... जान मै बहुत सारे अखबारो मे इस्तेहार दुंगा ?
पत्नि...... अच्छा क्या लिखवाओ गे उन मे ?
पति...... जहां भी रहो खुश रहो....
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एक बनिया, केले वाले से.... भईया केला केसे दिया ?
केले वाला... साहब जी एक रुपये का एक.
बनिया... ६० पेसे का देना है?
केले वाला.... सेठ जी ६० पेसे मे तो केले का छिलका भी नही आता ?
बनिया.... जेब से पेसे निकाल कर यह लो ४० पेसे, छिलका तुम रख लो, बाकी केला मुझे दे दो
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एक जर्मन को एक भारतिया ने अपना खुन दे कर बचाया,
जर्मन ने खुश हो कर उसे मर्सिडिज तोहफ़े मै दे दी.
एक साल बाद फ़िर उस जर्मन को खुन की जरुरत पडी,
भारतीया पडोसी ने फ़िर से उसे अपना खुन दिया.
इस बार जर्मन ने उसे मोती चुर लड्डूओ का डिब्बा दिया,
भारतिया को थोडा गुस्सा आया, ओर बोला इस बार मर्सिडिज क्यो नही दी ?
जर्मन बोला..... बच्चू अब हमारे अन्दर भी भारतिया खुन है.....
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मास्टर... अरे ताऊ के बच्चे तु बता रेडियो ओर अखबार मै क्या फ़र्क है??
ताऊ का छोरा.... कुछ सोच के मास्टर जी मास्टर जी अखबार मै तो रोटिया लपेट सकते है, ओर रेडियो मै नही.
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ताऊ... नोकर से... रामू तुमने इस साल बहुत मेहनत कि है यह लो ५०००रुप्ये का चेक,
ओर सुनो अगले साल भी इसी तरह से मेहनत करोगे तो इस चेक पर साईन कर दुगां.
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27 June 2009 at 11:00 am
हंसना ही तो जीवन है। केवल कुढ़ते रहने से तो नर्क हो जाएगा जीवन।
27 June 2009 at 12:39 pm
केले वाला मजेदार लगा और भी लगे
27 June 2009 at 2:17 pm
ये सब तो ठीक है जनम दिन की मिठाई कब खिलायेंगे ये बताईये।जनम दिन की बहुत-बहुत बधाई।
27 June 2009 at 3:54 pm
जनम दिन मुबारक हो.
27 June 2009 at 4:25 pm
ये ताऊ जी का छोरा भी पूरा ताऊ निकला।
27 June 2009 at 4:52 pm
सभी के सभी घणे मजेदार.....और भाटिया जी, जन्मदिन की एक बार फिर से बधाई कबूल करें( मिठाई चाहे न खिलाएं)..:)
28 June 2009 at 10:59 am
vaah bhatiya जी,...........kamaal के jokes, maza aa गया.............. taau तो chaaye rahte हैं हर जगह
28 June 2009 at 3:48 pm
hamesha ki tarah bahut anad liyaa....aapki ye koshish kamaal ki hai....
aapka janmdin tha kal??...badhayee sweekare
29 June 2009 at 6:19 am
लाज़बाब हंसी की फुल्झादियां मज़ा आ गया सर
29 June 2009 at 7:39 am
मजेदार हैं जी .
29 June 2009 at 7:59 am
ताऊ ने चेक पर साईन तो कर दिये अब तारीख की वजह से चेक कैश नही हो सकता.:)
बहुत मजेदार रहे जी ये तो.
रामराम.
29 June 2009 at 9:10 am
भाटिया जी नमस्कार...आज अभी पढा ...छोटी छोटी बातें हंसना जिन्दगी की नेमत है ..और आपने हंसादिया जाने कितनो को ...ऐसे ही हँसते हंसाते रहिये ..बधाई
29 June 2009 at 11:12 am
raj ji mafi chahta hun...
der se badhai dene ke liye...
aapko janmdin ki dher saari badhaiyan.....
aap apni kalam se yugon-yugon tak likhte rahen.............
29 June 2009 at 1:58 pm
आपने कहा और हम हंस दिये।
अरे नही भाटिया जी, आपके चुटकुलों ने हंसने में पर मजबूर कर दिया था। शुक्रिया।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
29 June 2009 at 2:37 pm
दिल खोल के तो हँस नहीं पाए, सॉरी.
लेकिन परेशान मत होओ. हम मुहं खोलकर हँस लिए हैं.
29 June 2009 at 3:12 pm
बहुत बढ़िया रोचक जोग है . पढ़कर बहुत हंसी आ रही है. . धन्यवाद.
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