हंसी रोक सको तो माने??
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राज भाटिय़ा
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चल चित्र
नमस्कार, अगर आप के यहां यह फ़िल्म चल सके तो जरुर देखे,
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
12 June 2009 at 7:27 pm
मिस्टर बीन की सारी सीरिज मजेदार होती है...
12 June 2009 at 7:44 pm
बहुत मजेदार..
वैसे इंडिया का स्कोर है.. १०९/४.. मैच जीतेगें क्या आज?
12 June 2009 at 8:33 pm
बहुत दिनो बाद ऐसे हंसे भाई
12 June 2009 at 9:32 pm
bahut badhiyaa!!
13 June 2009 at 3:04 am
हँसी तो निकल ही गयी बेसाख्ता । आभार ।
13 June 2009 at 4:47 pm
भाटिया जी, हमारे यहाँ तो ये फिल्म चल ही नहीं रही.....चलिए फिर भी परम्परा निभाने को कहे देते हैं कि "बहुत बढिया"।
14 June 2009 at 8:21 am
इस भोले इंसान की हर बात गुदगुदाती है।
शायद आप को पता हो इसने एक भारतीय महिला से विवाह किया है।
24 June 2009 at 7:57 pm
बीन तो इक्कीसवीं सदी का चार्ली चैप्लन ही है। उसकी हर अदा मनुष्य को लोटपोट कर देती है।
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