तुम आज मेरे संग हंसलो.
.
राज भाटिय़ा
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चुटकले
बहार आने से पहले फ़िजा आ गई,
बहार आने से पहले फ़िजा आ गई.
ओर फ़ुल खिलने से पहले,
उन्हें बकरी खा गई.
**************************************
हम भी आप के लिये......
अजी हम भी आप के लिये ताज महल बनायेगें,
एक कप खुद ओर एक कप आप को पिलायेंगे.
******************************************************
बाप.... बेटा इस बार तुझे एग्जाम मे ९०% लाना है,
बेटा.... नही पापा, इस बार तो मै १००% लाऊंगा,
बाप.... अरे बेटा क्यो मजाक कर रहे हो,
बेटा..... शुरु किसने किया था.
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
3 February 2009 at 9:55 pm
बहुत बढिया !! राज जी। सभी बहुत मजेदार हैं।
4 February 2009 at 2:01 am
हा हा!! सुबह सुबह हँस लिए जी.
4 February 2009 at 2:22 am
और सलमान ने राकेश रोशन से कंघी माँग ली, हहा हा हा!
4 February 2009 at 2:48 am
... majedaar chutkule hai.
4 February 2009 at 6:06 am
बहार आने से पहले फ़िजा आ गई,
बहार आने से पहले फ़िजा आ गई.
ओर फ़ुल खिलने से पहले,
उन्हें बकरी खा गई.
"हा हा हा हा हा हा हा हा........."
Regards
4 February 2009 at 8:22 am
Ha Ha Ha Ha.....bahut majedaar.
4 February 2009 at 8:40 am
हा हा हा हा हा हा.,………………
4 February 2009 at 9:03 am
लाजवाब...
पिता-पुत्र संवाद खास कर,बस हँसते जा रहा हूँ
4 February 2009 at 9:36 am
bahut hi mazedaar khaaskar bakri:)wala
4 February 2009 at 1:14 pm
chehre pur muskaan le aaye aap.. :)
ji kabhi fursat mein yahaan tashreef layiye aur maargdarshan kijiye.. -
mere blog ka link hai :
http://merastitva.blogspot.com
4 February 2009 at 5:39 pm
बहार आने से पहले फ़िजा आ गई,
बहार आने से पहले फ़िजा आ गई.
ओर फ़ुल खिलने से पहले,
उन्हें बकरी खा गई.
**************************************
हम भी आप के लिये......
अजी हम भी आप के लिये ताज महल बनायेगें,
एक कप खुद ओर एक कप आप को पिलायेंगे
-दोनों चुटकुले मजेदार हैं. तीसरा सुना हुआ है.
5 February 2009 at 7:52 am
main bhi 100 walo ke paksh me mat dunga. :-)
5 February 2009 at 12:41 pm
taj mahal ka cup pee kar tabiat khush ho gayee
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