चाट्टाने केसी केसी !!!!
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राज भाटिय़ा
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चित्र
Surprising RockA huge rock in a village of Al-Hassa region raises 11cmsfrom the ground level once in a yearduring the month of April and stays elevatedfor about 30 minutes!!!!
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
11 January 2009 at 3:27 am
SIMPLY I DONT BELIEVE ! BUT THANKS ANY WAY BHATIA SAHAB !
11 January 2009 at 4:16 am
अचरज हुआ देखकर
---मेरा पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें
11 January 2009 at 4:30 am
उम्दा चित्र लगे
11 January 2009 at 4:57 am
अचरज नहीं, लेकिन अद्बुत है यह चित्र संग्रह।
11 January 2009 at 5:29 am
aisa bhi hota hai
11 January 2009 at 6:22 am
चित्र बाकई अच्छे हैं। पर ये भी तो बता दीजिए कि ये प्राकृतिक हैं। या फिर कलाकारी दिखाई गई हैं ।अवश्य बताए।
11 January 2009 at 7:08 am
आश्च्रर्य जनक. ये असलियत मे चट्टान हैं या पेन्टिन्ग? पर जो भी हैं, मजेदार हैं.
रामराम.
11 January 2009 at 7:56 am
surprising.. amazing.. beautiful..thanx alot
11 January 2009 at 11:38 am
आश्च्रर्य जनक
11 January 2009 at 1:50 pm
अदभुत फोटो राज जी
आनंद आ गया वाह.
11 January 2009 at 3:14 pm
वाह ! आश्च्रर्यजनक ! अदभुत !
आनंद आ गया .
11 January 2009 at 3:17 pm
पता नही क्यों, अक्सर ही आपके दोनों ब्लॉग नही खुल पाते .फलतः पोस्ट पढने और टिपण्णी देने में असमर्थ हो जाती हूँ.
11 January 2009 at 6:14 pm
सब से ऊपर वाला चित्र तो असली ही है, बाकी चित्रो के बारे मेरे बच्चो का कहना है कि यह भी मिलते है, वेसे एक पहाड मेने अपनी आंखो से देखा, स्विट्र्जरलेन्ड मै जो दुर से देखने मै कभी शिवा, तो कभी गणेश जी लगते थे, ओर वो पहाडी वहां आने वाले भारतीयो मे बहुत प्रसिद्ध है, मै अपनी चित्र की एलबम मै उसे ढुढता हुं, अगर मिली तो आप सब को दिखाऊगां,
फ़िर हम ने वहां एक पेड की जड जो जमीन से ऊखाड कर एक तरफ़ रखी थी देखी, ओर वो जड भी बहुत अदभुत लगी जेसे कोई चोकडी मार कर समाधि मै बेठा हो,
इस लिये इन चित्रो के बारे मुझे भी पक्का पता नही, लेकिन दुनिया मै सब हो सकता है
12 January 2009 at 8:16 am
amazing..........All are good one but really strange...
bahut hi acche hai sab...
12 January 2009 at 8:56 am
गजब के चित्र हैं, देख कर दांतों तले उंगलियॉं आ गयीं। हमारे साथ शेयर करने का आभार।
12 January 2009 at 6:49 pm
चट्टानें कैसी कैसी
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