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हमारा तिरंगा झंडा कब बना ओर किस ने चुना इस का रंग

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बात बहुत पुरानी हे, एक बार राजा राम मोहन राय जी इग्लैंड जा रहे थे, रास्ते मे उन्होने ने फ़्रांस का शिप देखा जिस पर एक तिरंगा फ़्रांस का लहरा रहा था, यह बात हे करीब १८३१ की, ओर १८५७ मे भारत मे क्रन्ति हुयी ओर जनता मे आजादी के मतवाले झुम उठे, ओर फ़िर यह तिरंगा तब से चला, लेकिन समय के साथ साथ इस मे कई तब्दीलीया होती रही,
ओर फ़िर स्वदेशी अन्दोलन ने जोर पकडा तो एक राष्ट्रीया धवज की जरुरत पडी,तो स्वामी विवेकानन्द जी की शिष्या निवोदिता जी ने इस झण्डे की परिकल्पना की, ओर ७ अगस्त १९०६ को कोलकता मे एक रेली मे बंगाल के विभाजन के बिरोध मे इसे लहराया गया।
ओर फ़िर इस मे काफ़ी परिवर्तन हुये , ओर भारत मे एक धव्ज समिति का गठन किया गया, जिस के अध्यक्ष डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे, ओर एक बेठक मे यह तह किया गया कि राष्ट धव्ज के रुप मे एक तिरंगा कुछ हो, ओर उस मे आशोक चक्र बीच मे हो, ओर कुछ चरचा ओर परिवर्तनो के बाद आज के तिरंगे का फ़ेसला हुआ, जो आज हमारे सामने हे

5 टिपण्णी:
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Satish Saxena said...
28 September 2008 at 5:50 am  

बहुत अच्छी जानकारी दी अपने ! बहुतों को इसकी जानकारी नही होगी !धन्यवाद

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समयचक्र said...
28 September 2008 at 10:59 am  

बहुत बढ़िया जानकारी आभार.

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भूतनाथ said...
28 September 2008 at 12:26 pm  

सुंदर जानकारी दी आपने ! वाकई हमें इतनी जानकारी नही थी !
आपको धन्यवाद हमारी जानकारी बढ़ाने के लिए !

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ताऊ रामपुरिया said...
28 September 2008 at 12:27 pm  

तिरंगे के बारे में यह जानकारी हमको अवश्य होनी चाहिए !
आपने बहुत अच्छा प्रयास किया है ! धन्यवाद !

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दीपक "तिवारी साहब" said...
28 September 2008 at 12:29 pm  

इस जानकारी के लिए तिवारी साहब आपको सलाम करते हैं ! हमें
उपरा उपरी जानकारी तो थी , पर इतनी गहरी नही ! धन्यवाद!

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