छोटा सा विचार
.
राज भाटिय़ा
.
विचार
आज का विचार...
बेकार ओर व्यर्थ कार्य जीवन को थका देता है, रचनात्मक कार्य सुख ऒर तेजस्विता बढा देता है.
Post a Comment
नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये
टिप्पणी में परेशानी है तो यहां क्लिक करें..
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
15 October 2009 at 10:28 pm
saty vachan..
15 October 2009 at 11:22 pm
सुन्दर विचार । आभार ।
16 October 2009 at 1:10 am
भाटिया जी हम तो रचना धर्मी है हम से बेहतर कौन जान सकता है इस विचार का महत्व । दिवाली पर आप हमे अपने करीब महसूस करे । शुभकामनायें ।
16 October 2009 at 3:45 am
सारगर्भित विचार -- उत्तम्
16 October 2009 at 5:32 am
सत्य वचन।
16 October 2009 at 5:56 am
झिलमिलाते दीपो की आभा से प्रकाशित , ये दीपावली आप सभी के घर में धन धान्य सुख समृद्धि और इश्वर के अनंत आर्शीवाद लेकर आये. इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए.."
regards
16 October 2009 at 6:40 am
अमृत वचन!
प्रकाशपर्व मंगलमय हो!
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
आपको दीपावली की शुभकामनायें !!
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
16 October 2009 at 7:29 am
सत्य वचन !
दीपोत्सव की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाऎँ!!!!!
16 October 2009 at 8:04 am
Raj Sir,आप सहित पूरे परिवार को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
16 October 2009 at 8:18 am
सुंदर व्यंजनाएं।
दीपपर्व की अशेष शुभकामनाएँ।
आप ब्लॉग जगत में निराला सा यश पाएं।
-------------------------
आइए हम पर्यावरण और ब्लॉगिंग को भी सुरक्षित बनाएं।
16 October 2009 at 8:31 am
sunder vichar,aapko aur parivaar ko diwali ki bahut badhai.
16 October 2009 at 12:27 pm
Sahmat
happy dipawali
16 October 2009 at 1:23 pm
दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनायें
17 October 2009 at 7:36 am
"आओ मिल कर फूल खिलाएं, रंग सजाएं आँगन में
दीवाली के पावन में , एक दीप जलाएं आंगन में "
......दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ |
17 October 2009 at 8:23 am
सत्य कहा है ......... भाटिया जी
आपको और आपके परिवार में सभी को दीपावली की शुभकामनाएं ...............
17 October 2009 at 9:54 am
बहुत ही बढिया बात लिखी है.
दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें....
18 October 2009 at 4:56 pm
अति सुन्दर विचार.
22 October 2009 at 11:25 am
bahut sahi vachan ,sundar .
Post a Comment