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एक छोटी सी लव स्टोरी

.

यह लव स्टोरी बहुत प्यारी सी है ,
जिस मै दोनो अपने अपने दिल का दर्द कुछ इस तरह से अदा करते है..

**********लडका********
तुम से बिछडॆ तो यह एहसास हुआ.
यह इश्क ना हम को रास हुआ.
मेरे दिल का सत्यानाश हुआ,
हमारा एड्मिशन तो एक साथ हुआ,
पर गजब कया तेरे साथ हुआ,
तु हुस्न की देवी फ़ेल हुयी,
मै दर्द का मारा पास हुआ


ओर जब यह पत्र लडकी को मिलता है तो...लडकी का जबाब


************लडकी********
मै कलास मे तुम को देखती थी
दिन रात मै तेरे को सोचती थी
किताब को जब मै उठाती थी.
तेरी यादो मै खो जाती थी.
पर तुझको ना एहसास हुआ,
मै प्यार की प्यासी फ़ेल हुयी,
तु झुठा आशिक पास हुआ

18 टिपण्णी:
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रंजन (Ranjan) said...
2 July 2009 at 8:59 pm  

दोनों पढते पास होते..

अगली कक्षा में

साथ साथ आँख लडाते..

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Anil Pusadkar said...
2 July 2009 at 9:34 pm  

ये तो उल्टी गंगा बह रही है।

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वाणी गीत said...
3 July 2009 at 1:27 am  

कौन पास ...कौन फेल... भ्रम की स्थिति है !

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M VERMA said...
3 July 2009 at 1:32 am  

चलो दोनो का प्रेम तो पास हो गया

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हें प्रभु यह तेरापंथ said...
3 July 2009 at 1:58 am  

चलो भाई पास फैल का कारण तो पता चला।

आभार।

मुम्बई टाईगर

हे प्रभु तेरापन्थ

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Udan Tashtari said...
3 July 2009 at 2:37 am  

एक और नारी प्रताडित हुई...यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. पुरुष सत्ता की जीत..कभी नहीं कभी नहीं..अभी बताता हूँ नारी मुक्ति वालों को..तब तक आप हेलमेट पहनिये. :)

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सतीश पंचम said...
3 July 2009 at 3:19 am  

इसमें उस किताब की फजीहत हुई है। बिचारी पढी भी न गई और बस यूँ ही पडी रह गई।
वैसे ये दोनों किसी कल्लूमल कोयले वाले के यहाँ तो नहीं पढते थे:)

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विवेक सिंह said...
3 July 2009 at 3:44 am  

मिस कम्म्युनिकेशन का मामला है देखना पड़ेगा !

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ताऊ रामपुरिया said...
3 July 2009 at 4:43 am  

ये तो उल्टी जमना जी हिमालय को चढ गई? अरे नही नही गंगा जी हिमालय चढ रही हैं.

रामराम

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अजय कुमार झा said...
3 July 2009 at 5:38 am  

छोरा के रिया है..छोरी पास हो गयी..छोरी के री है..छोरा..मन्ने तो लागे है राज भाई..यो कनफूजन..जरूर ते जरूर ..मास्साब ने ही लादी होगी..दोनों ट्यूशन न पढ़ते होंगे न..मगर ट्यूशन न पढ़ते थे..तो लव कईं हो गया..चलो इब अगली क्लास में तो ......ओये होए ..

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seema gupta said...
3 July 2009 at 5:44 am  

ha ha ha ha ha ha ha ha jo bi hua kuch khas hi hua..

regards

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Vinay said...
3 July 2009 at 7:14 am  

गहन निरीक्षण है

---
विज्ञान । HASH OUT SCIENCE

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admin said...
3 July 2009 at 7:37 am  

क्‍या क्‍या देखते रहते हैं आप।

-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }

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cartoonist anurag said...
3 July 2009 at 12:03 pm  

aaderniy raj ji....
ab ladki nahi milegi to koi bat nahi ladka to hai....

ab to is rishte par court ne bhee muher laga di hai.....

is par ek cartoon banaya hai..jaroor dekhiyega...

apne moolywan vicharo se mujhe avgat karayen.....

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dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...
3 July 2009 at 3:29 pm  

kya khoob hae

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Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...
3 July 2009 at 3:41 pm  

हमेशा से इस मामले में केवल पुरूष ही फेल होता आया है....शायद ये अपवाद होगा..:)

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डॉ. मनोज मिश्र said...
3 July 2009 at 7:42 pm  

अरे वाह?

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दिगम्बर नासवा said...
5 July 2009 at 11:14 am  

Ulti Ganga.......ladki aur fail ho gayee........ kyaa aashiki hai

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