कुंदन लाल सहगल भाग 5
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राज भाटिय़ा
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गीत
नमस्कार... लिजिये फ़िर से हाजिर होगया हु सहगल जी के मिठ्ठे मिठ्ठे स्वर मै उन के १० गीत ले कर , अगर आप को पुराने गीत पसंद है तो यह गीतो रुपी फ़ुलो का गुलदस्ता आप सब को पसंद आये गा....
तो लिजिये आगले दस गीत......
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मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी
अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की
शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय
1 January 2009 at 10:56 am
purane geeton ke yadon ko yhan taja kerne ke liye aabhar"
regards
1 January 2009 at 2:18 pm
नए वर्ष में पुराने गाने सुनकर दिल बाग़ बाग़ हो गया . वाह बहुत खूब जी
1 January 2009 at 3:23 pm
नई उमंगों के साथ आए नया वर्ष....
आपको नववर्ष की शुभकामनायें....
1 January 2009 at 7:34 pm
नया साल मुबारक़ हो!
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