feedburner

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

नये साल की शुभकामनाये!!!

. ,

आप सभी को नये साल की बहुत बहुत शुभकामनाये, नये साल पर आओ मिल कर प्रण करे की हम देश के प्रति रोजाना एक अच्छा काम करे गे. इस साल ना रिश्वत लेगे ओर ना ही रिश्वत  देंगे पुरे साल. धन्यवाद



आप सब के लिये नये साल का एक उपहार... यहां देखे...
http://blogparivaar.blogspot.com/

10 टिपण्णी:
gravatar
Kunwar Kusumesh said...
31 December 2010 at 6:52 pm  

"इस साल ना रिश्वत लेगे ओर ना ही रिश्वत लेगे पुरे साल".
apne is kathan men:-

एक जगह लेंगे की जगह देंगे कर दीजिये.
नए साल की हार्दिक शुभकामनायें.

gravatar
एस एम् मासूम said...
31 December 2010 at 7:22 pm  

नववर्ष आपके लिए मंगलमय हो और आपके जीवन में सुख सम्रद्धि आये…एस.एम् .मासूम

gravatar
प्रवीण पाण्डेय said...
31 December 2010 at 8:36 pm  

आपको भी शुभकामनायें।

gravatar
dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...
1 January 2011 at 3:36 am  

नया साल आपको मुबारक हो .

gravatar
डॉ. मनोज मिश्र said...
1 January 2011 at 6:38 am  

आपको भी शुभकामनायें.

gravatar
राज भाटिय़ा said...
1 January 2011 at 10:01 am  

Kunwar Kusumesh धन्यवाद गलती की तरफ़ ध्यान दिलाने के लिये

gravatar
Indranil Bhattacharjee ........."सैल" said...
1 January 2011 at 12:40 pm  

मंगलमय नववर्ष और सुख-समृद्धिमय जीवन के लिए आपको और आपके परिवार को अनेक शुभकामनायें !

gravatar
दिगम्बर नासवा said...
3 January 2011 at 9:43 am  

आपको और परिवार में सभी को नव वर्ष मुबारक ...

gravatar
अन्तर सोहिल said...
4 January 2011 at 12:40 pm  

ना रिश्वत लेंगे और ना रिश्वत देंगे तो भारत में अगला नया साल आयेगा ही नहीं जी

प्रणाम

gravatar
Unknown said...
3 November 2016 at 4:12 am  



दोस्त की बीवी

डॉली और कोचिंग टीचर

कामवाली की चुदाई

नाटक में चुदाई

स्वीटी की चुदाई

कजिन के मुहं में लंड डाला

Post a Comment

Post a Comment

नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये

टिप्पणी में परेशानी है तो यहां क्लिक करें..
मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय