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कुछ कुछ होता है जी

.

पहचान
जो लोग हमेशा हंसते रहते है, उन्हे हिन्दी मै हंस मुख कहते है.
जिस आदमी का हंसना बन्द हो उसे आग्रेजी मै HUS BAND कहते है.
******************************************
बेटा, पापा मुझे मोटर साईकिल ले कर दो ना.....
ताऊ, बेटा भगवान ने तुझे दो टांगे किस लिये दी है?
बेटा, पापा पापा एक गियर लगाने के लिये, दुसरी ब्रेक लगाने के लिये
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करवा चोथ...
एक आधुनिक नारी ने गलती से करवा चोथ का वर्त रख लिया, ओर सुबह सुबह १० बजे अपने पति को बोली बाहर देख कर आओ चांद निकला कि नही, पति भी मेरी तरह से सीधा साधा था, देख कर आया ओर बोला अभी नही, १२ बजे फ़िर बीबी बोली अजी अब देख कर आओ चांद निकला कि नही, पति फ़िर बाहर गया, लेकिन चांद कहां, फ़िर दो बजे पति को भेजा... चार बजे जब पति ने मना किया कि अभी तक चांद नही निकला तो बीबी बोली लगता है आज लगता है आज चांद कि जगह मेरे प्राण ही निकलेगे....
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बीबी अपने पति से बोली .. जी अब आप ने मेरा घूघट पहली बार उठाया तो आप को केसा लगा था ?
पति.. अगर मुझे हनुमान चालीसा याद ना होता तो कसम से मै मर ही जाता
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वो कोन सी जगह है जहां नारियां काम नही करती ? ताऊ ने अपने छोरे से पुछा
छोरा , बापू वो तो फ़ायर बिग्रेड है जी.
ताऊ, उदाहरण दे केसे?
छोरा, बापू लुगाई आग लगान का काम करती है, बुझान का नही.
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जज, अपराधी से... तुम आज तीसरी बार आदालत मै आ रहे हो, क्या तुम्हे शर्म नही आती?
अपराधी... जज साहब आप रोजाना अदालत मै आते हो , क्या आप को शर्म आती है?

29 टिपण्णी:
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संगीता पुरी said...
8 October 2009 at 8:16 pm  

सब एक से बढकर एक !!

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विनोद कुमार पांडेय said...
8 October 2009 at 8:19 pm  

बहुत खूब..मज़ाल है किसी कि की बिना हँसे रह पाए...

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ss said...
8 October 2009 at 8:24 pm  

ha ha ha. bahut kuch ho gaya :)

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Khushdeep Sehgal said...
8 October 2009 at 8:26 pm  

राज जी, एक बेचारी गांव की सीधी-साधी लड़की की शादी शहर के हाई-फाई लड़के से हो गई...लड़के ने लड़की से साफ कर दिया कि उसने जल्दी ही अंग्रेजी बोलना नहीं सीखा तो दोनों का साथ गुज़ारा नहीं हो पाएगा...बेचारी मरती क्या न करती, अंग्रेजी सीखनी शुरू कर दी...पति को इम्प्रेस करने के लिए लड़की ने जो पहला वाक्य बोला वो था...तू मेरा हैंड पंप, मैं तेरी पाइप...(यानि तू मेरा हसबैंड और मैं तेरी वाइफ़...)

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हें प्रभु यह तेरापंथ said...
8 October 2009 at 9:10 pm  

मज़ेदार

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हें प्रभु यह तेरापंथ said...
8 October 2009 at 9:12 pm  

सबसे मजेदार रहा दो टागे किस के लिऎ है ?

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हें प्रभु यह तेरापंथ said...
8 October 2009 at 9:13 pm  

यह भी कुछ कम मजेदार नही- "आज चांद कि जगह मेरे प्राण ही निकलेगे....

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हें प्रभु यह तेरापंथ said...
8 October 2009 at 9:18 pm  

’अगर मुझे हनुमान चालीसा याद ना होता तो कसम से मै मर ही जाता..........
गजब जी...........गजब...........

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Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...
8 October 2009 at 9:53 pm  

:) अगर मुझे हनुमान चालीसा याद ना होता तो कसम से मै मर ही जाता.........

:) लगता है आज चांद कि जगह मेरे प्राण ही निकलेगे....

हा हा हा....भाटिया जी, आपने हसाने का कोई डिग्री कोर्स कर रखा है के ?
:)

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Udan Tashtari said...
9 October 2009 at 12:10 am  

सभी मजेदार..खुशदीप जी ने मजा और लगा दिया.

आखिरी वाले से एक पहले वाले को हमने नहीं पढ़ा अतः उस पर कोई कमेंट नहीं (सेफ रहना बेहतर है सॉरी से) :)

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M VERMA said...
9 October 2009 at 1:17 am  

वाह! मज़ेदार है सब की सब

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Arvind Mishra said...
9 October 2009 at 3:12 am  

नहले पर एक से एक दहले ! क्या खूब भाटिया जी !

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दिनेशराय द्विवेदी said...
9 October 2009 at 5:11 am  

ये हनुमान चालीसा बहुत काम आती है।

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seema gupta said...
9 October 2009 at 5:52 am  

हा हा हा हा हा हा हा एक से बढ़ कर एक

regards

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Murari Pareek said...
9 October 2009 at 6:30 am  

भाटियाजी आनंदम आगच्छ्सी ! मजेदार कलेक्शन !

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mehek said...
9 October 2009 at 6:42 am  

waah mazedar:)

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पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...
9 October 2009 at 6:43 am  

पहचान
जो लोग हमेशा हंसते रहते है, उन्हे हिन्दी मै हंस मुख कहते है.
जिस आदमी का हंसना बन्द हो उसे आग्रेजी मै HUS BAND कहते

ha-ha-ha...बहुत सुन्दर भाटिया साहब !

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Anil Pusadkar said...
9 October 2009 at 6:52 am  

भाटिया जी अभी तक़ हंसमुख ही हूं,HUS BAND नही हुआ हूं। हा हा हा हा हा मज़ा आ गया।

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अन्तर सोहिल said...
9 October 2009 at 7:37 am  

कुछ कुछ नही बहुत हंसी आयी है जी

प्रणाम

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SELECTION - COLLECTION SELECTION & COLLECTION said...
9 October 2009 at 8:43 am  

sunder सभी मजेदार..

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दिगम्बर नासवा said...
9 October 2009 at 1:54 pm  

हा.. हां....... हा ... कमाल के भाटिया जी सब कमाल के हैं .... एकदम ताजा .........

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सुशील छौक्कर said...
9 October 2009 at 2:55 pm  

ये ताऊ जी तो कमाल है जी। जहाँ होते है बस अपना रंग बिखेरते है।

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डा. अमर कुमार said...
9 October 2009 at 7:39 pm  



गूगल सर्च से आपका लिंक ढ़ूँढ़ा है, भाटिया जी ।
कसम ख़ुदा की, थकान उतर गयी,
जोर जोर से पढ़ने लग पड़ा
रूठी बीबी भी पट गयी
शुक्रिया जी !

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निर्मला कपिला said...
10 October 2009 at 7:19 am  

हा हा हा बदिया जी बधाइ

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ज्योति सिंह said...
12 October 2009 at 5:15 pm  

sab ek se badhkar ek .man khush ho gaya padhte huye .

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स्वप्न मञ्जूषा said...
12 October 2009 at 10:26 pm  

Tabhi ham kahen aaj tak hamre HAS BAND hanumaan chaleesa kahe padhtein hain !!!!
ha ha ha ha ha

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स्वप्न मञ्जूषा said...
12 October 2009 at 10:28 pm  
This comment has been removed by the author.
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स्वप्न मञ्जूषा said...
13 October 2009 at 12:32 am  

ham to kahtein hain jinki HANSI KI BAND BAJ GAYI HO unhen HUS BAND kahte hain...
ha ha ha ha ha

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चाहत said...
23 October 2009 at 2:17 pm  

हंसाने के लिए
धन्यवाद

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