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ताऊ की सडक सेवा.....

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क्या आप भी बेठे गे इस कार मै...

20 टिपण्णी:
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आलोक सिंह said...
25 February 2009 at 7:01 am  

प्रणाम
हमने तो केवल बिहार और झारखण्ड में ही ऐसा देखा था की लोग जितने गाड़ी में बैठे है उतने ऊपर बैठ के ताजी हवा ले ते है . टीवी पे पहले फेविकोल का विज्ञापन आता था उसकी याद दिला दी आप ने . बेचारी गाड़ी अपने जन्म को रो रही होगी की हाय किस के पाले पड़ गयी .

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seema gupta said...
25 February 2009 at 7:37 am  

" ताऊ जी की गड्डी है.....यहाँ तो first come first get वाली कहावत काम करेगी....हा हा हा हा "

Regards

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ताऊ रामपुरिया said...
25 February 2009 at 7:42 am  

आपने लेनदारी पेटे मेरी गाडियां जब्त करली वहां तक तो ठीक है पर अब इनमे ओवर लॊडिंग भी क्युं कर रहे हैं?:)

रामराम.

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चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...
25 February 2009 at 8:14 am  

ओ गाडी वाले गाडी ज़रा धीरे हांक रे.......

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Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...
25 February 2009 at 8:16 am  

भाटिया जी जरा ध्यान से, आगे पुलिस का नाका लगा हुआ है.कहीं चालान न करवा लेना.

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महेन्द्र मिश्र said...
25 February 2009 at 10:30 am  

ताऊ की गड्डी में बैठने को जगह ही नहीं रह गई है राज जी लगता है की अब क्यों फिक्स कर जोड़ लगाकर सवारी करना पड़ेगा. बहुत ही मजेदार है . धन्यवाद राज जी

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महेन्द्र मिश्र said...
25 February 2009 at 10:31 am  

ताऊ की गड्डी में बैठने को जगह ही नहीं रह गई है राज जी लगता है की अब क्यू फिक्स का जोड़ लगाकर सवारी करना पड़ेगा. बहुत ही मजेदार है . धन्यवाद राज जी

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PREETI BARTHWAL said...
25 February 2009 at 10:46 am  

ताऊ जी की गाङी को सङक सेवा बिना रोक टोक मिल रही है जरूर भारी जेब ढीली करनी पङती होगी।

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Anonymous said...
25 February 2009 at 11:05 am  

आगे से तो खाली पड़ी है... परे हट ४ सवारी और बैठेगी..

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Science Bloggers Association said...
25 February 2009 at 11:29 am  

क्या बात है।

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Alpana Verma said...
25 February 2009 at 11:31 am  

taau ji ki gaadi ...waah!
sawariyan abhi aur aa sakti hain...driver ki seat par baitha saktey hain...:D

'khair!munaafa khub ho raha hai!

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सुशील छौक्कर said...
25 February 2009 at 12:02 pm  

ताऊ की गाडी में तो हम भी बैठे थे पर हम है कहाँ?

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दिगम्बर नासवा said...
25 February 2009 at 12:12 pm  

ओह ले भाई.......ताऊ अफ्रीका भी पहुँच गए....इब के होगा. चलो अभी तो बोनेट खाली है बहुत जगह है

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दिनेशराय द्विवेदी said...
25 February 2009 at 12:54 pm  

जरूर बैठेंगे। पर इन सब के उतरने के बाद!

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विष्णु बैरागी said...
25 February 2009 at 5:33 pm  

यह तो हमारे साथ अन्‍याय है। हमें तो छत पर ही बैठने की आदत है और आपकी गड्डी में तो वह है ही नहीं।

(भाटियाजी! आपका ब्‍लाग बडी मुश्किल से खुलता और वह भी काफी देर से।)

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लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...
25 February 2009 at 6:18 pm  

अरे बाबा रे !! क्या भीड लदी पडी है ..
- लावण्या

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राज भाटिय़ा said...
25 February 2009 at 8:30 pm  

विष्णु बैरागी जी यह कठिनाई कई ब्लांग पर आ रही है, मै भी इस के बारे कोशिश कर रहा हुं, लेकिन मुझे जबाब आया कि यह दो चार दिनो मे अपने आप ठीक हो जायेगा, अगर नही तो मे कुछ नया करुंगा, आप का धन्यवाद मेरा ध्यान इस ओर दिलाने के लिये.

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कडुवासच said...
26 February 2009 at 3:42 am  

... बहुत खूब, शानदार!!!!!

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Anil Pusadkar said...
26 February 2009 at 4:25 am  

गज़ब तेरी गाड़ीगिरी रे सरकार्।

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विधुल्लता said...
26 February 2009 at 7:45 am  

gadi damdaar hai...badhai

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