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गर्मा गर्म चाय

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साहब का हुकाम गर्मा गरम चाय.... अजी जल्दी पहुचाओ....
पकिस्तानी रेलवे सर्विस....

15 टिपण्णी:
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dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...
31 January 2009 at 2:14 am  

what n idea sirji

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P.N. Subramanian said...
31 January 2009 at 4:39 am  

कितना रिस्क उठाते हैं. वह भी किसी शाही ट्रेन में. सुंदर फोटू. आभार.

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ताऊ रामपुरिया said...
31 January 2009 at 4:54 am  

कमाल है जी.

रामराम.

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लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...
31 January 2009 at 5:01 am  

This is called " service with a smile " :)
क्या दीलेरी है !!
- लावण्या

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रंजू भाटिया said...
31 January 2009 at 5:22 am  

बहुत रिस्क उठाते हैं जी यह तो :)

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निर्मला कपिला said...
31 January 2009 at 5:50 am  

vah kya baat hai

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Himanshu Pandey said...
31 January 2009 at 5:57 am  

शानदार ।

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vineeta said...
31 January 2009 at 6:06 am  

gggggazzzzzzzabbbbbb

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Anil Pusadkar said...
31 January 2009 at 7:42 am  

गज़ब की दिलेरी है।

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Dr. Amar Jyoti said...
31 January 2009 at 10:14 am  

'इँसान परेशान उधर भी है इधर भी'

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purnima said...
31 January 2009 at 10:34 am  

बसंत पंचमी की आप को हार्दिक शुभकामना

शानदार ।

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Vinay said...
31 January 2009 at 1:50 pm  

कितना ख़तरनाक है, ख़ूनी चाय-नाश्ता, बाप रे बाप!

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कार्तिकेय मिश्र (Kartikeya Mishra) said...
31 January 2009 at 2:50 pm  

अरे ये केवल पाकिस्तानी ट्रेन सर्विस नहीं, पूर्वोत्तर रेलवे की लम-सम हर ट्रेन में यही स्पाइडरमैन कूदते-फांदते दिख जाते हैं।

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सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...
1 February 2009 at 4:49 am  

...तो क्या एक प्याली चाय के लिए कुछ भी करेगा?

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Unknown said...
3 November 2016 at 5:58 am  


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