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सर्दियो मे नहाना?? लेकिन किस से??

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हम कुछ नही बोलेगा, बस गर्मा गर्म स्नान देख रहे है हम तो............

15 टिपण्णी:
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दिनेशराय द्विवेदी said...
8 January 2009 at 7:26 pm  

क्या हुआ, पवित्र भी हो गए।

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Vinay said...
8 January 2009 at 8:01 pm  

हाँ शायद किसी त्वचा संबंधी रोग के निवारण के लिए ऐसा करते हैं, बहुत पहले कुछ पढ़ा था ऐसा!

---मेरा पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें

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सुनील मंथन शर्मा said...
8 January 2009 at 8:18 pm  

पहले तो हँसते-हँसते लोटपोट हो गया, लेकिन गंभीर बात यह भी है कि पानी के अभाव में उसे ऐसा करना पड़ रहा हो तो.

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Anonymous said...
9 January 2009 at 3:04 am  

maneka gandhiji dekhengi to kya sochengi..pahle to doodh pi jate the, ab....!!

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रंजू भाटिया said...
9 January 2009 at 5:10 am  

अजीब सा लगा यह देखना ..

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सुशील छौक्कर said...
9 January 2009 at 6:33 am  

वाह क्या बात हैं।

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Dr. Zakir Ali Rajnish said...
9 January 2009 at 7:14 am  

बडी तेज नजरें हैं आपकी।

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anuradha srivastav said...
9 January 2009 at 8:06 am  

वाकई अजीबोगरीब.........

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Unknown said...
9 January 2009 at 9:06 am  

sahi men ajeeb hai ye dekhna

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seema gupta said...
9 January 2009 at 10:04 am  

"ohhh noooooooooooo.........."

regards

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ताऊ रामपुरिया said...
9 January 2009 at 10:55 am  

सर जी अगर यह गौमुत्र स्नान है तो चंगा जी पर मुझे तो यह गौ नही बल्कि गर्दभ महाराज दिखाई दे रहे हैं. अब क्या कहें....?

रामराम.

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Ram Shiv Murti Yadav said...
9 January 2009 at 11:18 am  

अजूबा है ये तो.

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गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...
9 January 2009 at 3:03 pm  

कुछ नहीं सूझ रहा, क्या कहूं

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गौतम राजऋषि said...
9 January 2009 at 4:54 pm  

हे भगवान~~~~~~~~~

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daanish said...
10 January 2009 at 10:55 am  

ab.............
masti hai...to hai...!!
pani re pani tera rang kaisa
"jis mei" mila do lage us jaisa..
---MUFLIS---

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