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एक छोटा सा सवाल

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चलिये आज आप से एक छोटा सा सवाल पुछते हे, बताओ तो जाने.....
सवाल .....
एक आदमी के पास आठ वजन हे, सात वजन दस द्स किलोग्राम के हे, ओर एक वजन का भार नो किलो नॊ सॊ नव्वे ग्राम (990 ग्राम) हे, लेकिन सभी वजन देखने मे एक साईज के हे, अब आप ने इस कम वजन वाले भार को इन मे ढूंढना है, ओर आप इन्हे सिर्फ़ दो बार ही तोल सकते हे, तो बातईये केसे इस कम वजन वाले भार को सब से अलग करेगे????

22 टिपण्णी:
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Anonymous said...
20 September 2008 at 10:29 am  

फिलहाल मैं आपके ब्‍लाग पर किसी की मुस्‍करहाटों पर हो निसार सुन रहा हूं। अगली बार जब ये गीत सुनने लौटूंगा तब हल भी पढ़ लूंगा।

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जितेन्द़ भगत said...
20 September 2008 at 10:34 am  

बड़ा वजनी सवाल है भाटि‍या जी, मैं तो यहॉं शाम को ही लौटुँगा।

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vineeta said...
20 September 2008 at 11:37 am  

is sawaal ka vajan to bahut jyada hai. aap hi bata dejiyega......

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ज़ाकिर हुसैन said...
20 September 2008 at 12:05 pm  

राज साहब
आप तो ऐसे-ऐसे सवाल कर के हमारी बुद्धिमानी का कच्चा चिता खोल देंगे
वैसे हम गणित और टोल-मोल में हमेशा कमज़ोर रहे हैं

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शोभा said...
20 September 2008 at 12:50 pm  

राज जी,
सवाल बहुत पसन्द आया पर जवाब नहीं सूझ रहा। आप ही बता दीजिए।

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seema gupta said...
20 September 2008 at 1:55 pm  

Well very interesting, it could be done like this:

1) frist to weight them by placing eaqual four - four on both side of weighing machine. the resul will be 4 X 10 kg= 40 kg and 3 X 10+1X9.900 gm= 39.990 kg

2) to leave the 40 kgs weight and again to weight (39.990 kgs weight) by placing eaqual two-two on both side of weighing machine.
the result would be 2 x 10 kg= 20 kgs and 1x10kg+ 1 X 9.990 = 19.990 kgs

so when u get the result of 19.990 kgs it would be very easy to find out from two weights that which one is of 10 kg and and which one is of 9.990 kg. hope it is correct....

(so the condition of weighing only two times is also kept in mind)

Regards

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गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...
20 September 2008 at 3:21 pm  

पहले कोई दो वजन निकाल कर अलग कर लेते है। बाकि बचे 6 को तीन-तीन के हिस्सों में बांट कर तौल लें। जो हल्का हो, उसमें का एक वजन निकाल बाकि के दो वजनों को तौल लें। यदि बराबर रहें तो पहले निकाले गये दो में एक हल्कु होगा।

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ताऊ रामपुरिया said...
20 September 2008 at 3:38 pm  

भाटिया साहब अपनी ताऊ बुद्धि कै बाहर के सवाल सै यो !
इब हम सुबह तैं सवाल काढ २ कै थक लिए ! आप तो सीमाजी
आले जवाब की हिन्दी करल्यो और वा ऐ म्हारा जवाब मान्ल्यो !

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सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...
20 September 2008 at 3:52 pm  

“अलग सा” को दस में दस नम्बर दिये जाते हैं।

सीमा जी ने तीन बार तौलने का रास्ता बताकर शर्त तोड़ दी इसलिए ‘शून्य।’ अगले प्रश्न पर फिर कोशिश करें।

अब छुट्टी....। टन.. टन ..टन

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महेन्द्र मिश्र said...
20 September 2008 at 4:22 pm  

अपनी तो घंटी बज गई टन टन टन राज जी आप ही उत्तर बताये

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Ashok Pandey said...
20 September 2008 at 4:27 pm  

तीन बाट एक तराजू के एक पलड़े पर, तीन दूसरे पर लेते हैं। शेष दो को अलग रख देते हैं।

यदि दोनों पलड़े बराबर हुए तो इसका मतलब हुआ कि शेष दो बाटों में कोई कम वजन वाला है। किस बाट का वजन कम है यह दूसरे तौल में दोनों पलड़ों पर एक एक बाट रख पता कर लेंगे।

यदि पहले तौल में दोनों पलड़े कम बेसी हुए तो इसका मतलब हुआ कि जो पलड़ा कम है, उसी के तीनो बाटों में से किसी का वजन कम है। किसका वजन कम है यह पता करने के लिए दूसरे तौल में तराजू के दोनों पलड़ों पर एक एक बाट रखेंगे और शेष एक को अलग रख देंगे। यदि दोनों पलड़े बराबर हुए तो इसका मतलब कि अलग रखा बाट कम वजन का है। यदि दोनों पलड़े असमान हुए तो जो पलड़ा कम हुआ उसका बाट कम वजन वाला हुआ।

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ताऊ रामपुरिया said...
20 September 2008 at 5:40 pm  

इब भाटिया साहब रजल्ट कब काढोगे ? इब तो सिद्धार्थ शंकर जी त्रिपाठीजी
नै छुट्टी भी कर दी ! इब रजल्ट कल आवैगा तो घर जारे सें हम तो ! कल
आकै देख लेंगे ! इब मग्गाबाबा भी बुलारे सें हमनै तो ! उत भी जाणा सै !

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Udan Tashtari said...
20 September 2008 at 5:45 pm  

भाई जी

पत्नी की तबीयत खराब है अतः बहुत व्यस्त हूँ अन्यथा तो आप जानते ही है कि मैं गणित बैठालने में कित्ता तेज हूँ. :)

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Udan Tashtari said...
20 September 2008 at 5:47 pm  

ताऊ रेजेल्ट किसका देखना है..जबाब तो दिये नहीं हो...फेल का सर्टीफिकेट लेने रुके हो क्या??

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दीपक said...
20 September 2008 at 7:24 pm  

आप जवाब देने मे जल्दबाजी ना करे मै जवाब खोज रहा हु थोडी मोहलत और दे मिलाड!!

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रश्मि प्रभा... said...
20 September 2008 at 7:47 pm  

pls padhaaiye mat.....0 se upar ki apekshaa nahi aur maths sunte sar me dard hota hai......
achaanak hamari budhdhi parikshaa kyun?
hal aap nikaalen ,hum to rachna ki pratikshaa me hain

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Abhishek Ojha said...
20 September 2008 at 7:55 pm  

८ में से ६ ले लें. फिर ३ एक तरफ़ ३ दूसरी तरफ़:

१. अगर बराबर आया: तो बाकी दो को तौल लें और जो हल्का आया वही है. २ ही तौल में उत्तर !
२. अगर नहीं तो हलकी तरफ़ के ३ लें: और फिर उनमें से २ लेकर तौलें: अगर बराबर आया तो तीसरा वाला, नहीं तो जो हल्का आया वो !

अब पुरस्कार की घोषणा होनी चाहिए मेरे नाम !

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राज भाटिय़ा said...
20 September 2008 at 9:57 pm  

नमस्कार आप सब को, धन्यवाद, मेरे यहां मेहमान आये थे, इस लिये दो तीन दिन से मे टिपण्णीयां भी नही दे सका, अभी शुरु करता हू, लेकिन वही खाता खोलने से पहले मे समीर जी से पूछना चाहूगा, कि अब हमारी छोटी भाभी का क्या हाल हे, भगवान से प्राथना करता हू जल्द से जल्द उन्हे ठीक कर्रै.
आगे आप मे से सबसे पहला जबाब अलग सा जी का सही नही, विलकुल सही हे फ़िर आशोक जी ओर अभिषेक ओझा जी का जबाब भी बिलकुल सही हे, आप सभी का धन्यवाद अगली बार ओर नया सवाल आप सब के नाम होगा

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Anil Pusadkar said...
20 September 2008 at 11:00 pm  

भाटिया जी आपको तो पता है अपुन गणितबाजी मे कमज़ोर है

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कुन्नू सिंह said...
21 September 2008 at 11:34 am  

मै तो एक ही बार मे पता कर लूंगा और मै जीत भी गया।
हवा देने वाला पंखा जो उस कम वजन वाले को उडा सके उतना तेज हवा चला दें जो भारी रहेगा वो वहीं रहेगा और हलका वाला ऊड जाएगा :)

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योगेन्द्र मौदगिल said...
21 September 2008 at 1:07 pm  

bhatiya g
Aap is sawaalbazi me mat uljhao.
agar inhi ka hal nikalna aata to blogging nahi karte.
koi badiya sa chutkula suna dijiye

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dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...
21 September 2008 at 5:14 pm  

sirji,
10 gram to pasan main tul jayega .apne yahan to vaise hi 80k.g.main + - 8ogram to maaf hai .

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