feedburner

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उलटा चोर कोतवाल को डांटे

.

आज आप को दो चुटकले सुनाते हे लेकिन पढने से पहले देख ले आप के साथ कोई ऎसा व्यक्ति तो नही जिस के सामने आप कुछ खास बात ना पढ सके, तो अभी यहां से लोट जाये.....
धन्यवाद
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
*************************************
एक आदमी की टांग किसी दुर्घटना मे कट गई, वह आदमी जब होस्पिटल मे था तो ऎक ड्रा० ने उस से कहा मे हमेशा नये प्रयोज करता हु, मे आप की कटी टांग फ़िर से जोड सकता हु? वह आदमी वोला केसे तो ड्रा० उसे वोला मे आप की कटी टांग पर किसी जानवर की टांग फ़िट कर दुगां, जेसे किसी बडे कुत्ते की टांग, तो वह आदमी बोला अगर मेरी कटी टांग पर कुत्ते की टांग लगा दी तो क्या मे..... ड्रा० बीच मे ही बोल पडा हां हां तुम बिलकुल सही चल पाओगे, लेकिन समय लगेगा, तो वह आदमी बोला लेकिन ड्राओ साहिब लोग क्या बोले गे.
ड्रा० बोला अरे तुम पेंट पहनोगे, नीचे स्पेशल बुट लोगो को तो पता भी नही चलेगा कि तुम्हारे नकली टांग लगी हे, ओर बहुत सी बाते करने के बाद वह आदमी तेयार हो गया.ओर ड्रा० ने उस का ओपरेशन करके कुते की टांग लगा दी, ओर १५ दिन के बाद उसे छुट्टी दे दी, साथ ही ड्रा० बोला भाई अब आप ने ६ महीने बाद चेक करवाने आना हे....
ठीक ६ महीने बाद मरीज ड्रा० के पास चेक करवाने आया, तो ड्रा० ने पुछा सब ठीक हे ना, तो वह आदमी बोला ड्रा० साह्ब बाकी तो सब ठीक हे लेकिन जब मे पेशाब करने जाता हु तो......... मेरी यह वाली टांग जो आप ने लगाई हे ऊपर उठ जाती हे.....कुत्ते की तरह से.
*************************************************************
एक बच्चा दोपहर को स्कुल से घर आया ओर मां से बोला ममी ममी आज मेने पापा को राधा आंटी के साथ देखा,मां ने पुछा कहा, बेटा बोला मां पार्क मे , पापा उस की चुम्मी ले रहे थे, ओर बांहो मे ले रहे थे......... मां बोली अभी मत बताओ सारी बात रात को जब सब खाना खाये तो बताना.
रात को सब लोग खाने के लिये मेज पर आये, मां ने जब खाना डाल दिया तो बोली बेटा बो वाली बात क्या थी ??
बेटा बोला मां मां आज मेने ना पापा को देखा, मां कहा देखा था, बेटा मां स्कुल के साथ वाली पार्क मे , (पापा चुपचाप सुन रहे हे) ओर ममी साथ मे राधा आंटी भी थी, फ़िर बेटा क्या हुआ मां ने पुछा, फ़िर मां पापा उसे बांहो मे पकडने लगे, फ़िर उस की चुम्मी ली, मां अच्छा ओर पति को ओर देख कर बेटा फ़िर क्या हुआ ? ममी फ़िर पापा ओर आंटी झाडियों की तरफ़ चले गये ओर जाते जाते माली को ५० रुपये दे गये, मां ने पुछा बेटा फ़िर क्या हुआ ? फ़िर ममी पता हे पापा ने अपने सारे कपडे उतार दिये, ओर आंटी ने भी .... अच्छा मां हेरान हो कर फ़िर क्या हुआ बेटा................................ ममी वही जो आप रमेश अंकल के साथ करती हे पापा ने भी बही किया

10 टिपण्णी:
gravatar
सचिन मिश्रा said...
17 September 2008 at 10:58 pm  

Bahut khub sir ji.

gravatar
योगेन्द्र मौदगिल said...
18 September 2008 at 3:21 am  

चुनिन्दा लतीफों का स्टाक है भाटिया जी आपके पास.
इससे सिद्ध होता है कि हैं तो आप रोहतक के ही..
सुबह सुबह मजा आ गया..

gravatar
सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...
18 September 2008 at 5:21 am  

पहला मजेदार, कुत्ते की पूँछ की तरह उसकी टाँग का चरित्र भी नहीं बदलता। दूसरा सुना तो था लेकिन पढ़ने के बाद हँसी रुकी नहीं। ...मन हल्का करने को यह सब भी रीफ्रेश होते रहना चाहिए। आभार...।

gravatar
रंजन (Ranjan) said...
18 September 2008 at 6:45 am  

हाहाहा

gravatar
महेन्द्र मिश्र said...
18 September 2008 at 4:10 pm  

वह वह अपने तो चुटकुले के माध्यम से कुत्ते और आदमी की टांग बेहतरीन फर्क बताया है . राज जी पढ़कर हंस हंस कर बुरा हाल हो गया . कहाँ से इसे तराशा है . बहुत बढ़िया लगे दोनों चुटकुले . धन्यवाद्.

gravatar
ताऊ रामपुरिया said...
18 September 2008 at 6:09 pm  

बहुत गुदगुदाने वाले चुटकले है आज तो !
शुभकामनाएं !

gravatar
शेरघाटी said...
19 September 2008 at 12:22 am  

hahaahaaaa
shaandar!

gravatar
कडुवासच said...
19 September 2008 at 8:42 pm  

जोक्स तो जोक्स हैं, हा ही ही हा !

gravatar
ज़ाकिर हुसैन said...
20 September 2008 at 12:02 pm  

मूड फ्रेश हो गया

gravatar
Unknown said...
3 November 2016 at 7:09 am  


दोस्त की बीवी

डॉली और कोचिंग टीचर

कामवाली की चुदाई

नाटक में चुदाई

स्वीटी की चुदाई

कजिन के मुहं में लंड डाला

Post a Comment

Post a Comment

नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये

टिप्पणी में परेशानी है तो यहां क्लिक करें..
मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें।उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा।*जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा। महात्मा गांधी अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।"महामना मदनमोहन मालवीय